हितधारकों की 13वीं बैठक में इरेडा के मुख्य प्रबंध निदेशक ने प्रतिस्पर्धी दरों पर ऋण प्रदान करने के लिए इरेडा की प्रतिबद्धता पर दिया जोर

नई दिल्ली: भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (इरेडा) ने अपने हितधारकों की 13वीं बैठक का आयोजन किया, जिसमें नई पहलों, भविष्य की योजनाओं पर चर्चा को प्रोत्साहित किया गया और सम्मानित व्यापार भागीदारों से प्रतिक्रिया भी ली गई। इरेडा के मुख्य प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने बैठक की अध्यक्षता की, जो एक वर्चुअल प्लेटफार्म के माध्यम से हुई, जिससे व्यापक भागीदारी सुनिश्चित हुई।

बैठक में इरेडा के ऐतिहासिक वित्तीय परिणामों, हाल की उपलब्धियों, अक्षय ऊर्जा क्षेत्र के विकास के लिए की गई प्रमुख पहलों और पिछली बैठकों के दौरान प्राप्त सुझावों को प्रभावपूर्ण तरीके से लागू करने पर प्रकाश डालते हुए एक व्यापक प्रस्तुति दी गई। अक्षय ऊर्जा क्षेत्र के विकास के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के अनुसार भविष्य की योजनाओं पर भी जोर दिया गया। इसके बाद, परस्पर बातचीत के लिए सत्र आयोजित किया गया, जिससे हितधारकों को सीधे मुख्य प्रबंध निदेशक और टीम इरेडा के साथ जोड़ने में सक्षम बनाया गया।

अपने उद्घाटन भाषण में इरेडा के मुख्य प्रबंध निदेशक ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा हाल ही में रेपो दर में वृद्धि के बावजूद, प्रतिस्पर्धी दरों पर ऋण प्रदान करके उधारकर्ताओं का समर्थन करने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने आईसीआरए द्वारा इरेडा की क्रेडिट रेटिंग बढाने पर प्रकाश डाला, इसकी रेटिंग को ‘एए+’ (आउटलुक: पॉजिटिव) से ‘एएए’ (आउटलुक: स्टेबल) तक बढ़ा दिया और इरेडा को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा भारतीय औद्योगिक वित्त निगम (आईएफसीआई) का दर्जा दिया गया। यह अपग्रेड इरेडा को कम ब्याज दरों पर धन सुरक्षित करता है, जिसके परिणामस्वरूप लागत बचत सीधे ऋण लेने वालों को पारित की जाता है।

मुख्य प्रबंध निदेशक दास ने सभी पिछली बैठकों द्वारा हितधारकों से प्राप्त अमूल्य योगदान को पहचानते हुए अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया प्रदान करना जारी रखने का आग्रह किया। इन सूचनाओं ने “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” को बढ़ाने, डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और ऋण मंजूरी, दस्तावेज और वितरण चक्र को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

हितधारकों ने सेबी की अनिवार्य 60 दिन की समय सीमा को पीछे छोडते हुए 25-दिन की समय-सीमा के भीतर अपने वार्षिक लेखा-परीक्षित वित्तीय परिणामों को प्रकाशित करने वाला पहला सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (पीएसयू) बनने की इरेडा की असाधारण उपलब्धि के लिए सराहना की। उन्होंने अपने हितधारकों की जरुरतों और आकांक्षाओं की समझते हुए, प्रतिस्‍पर्धी ब्‍याज दरों को उपलब्‍ध कराने के लिए आईआरईडीए की प्रतिबद्धता को भी स्‍वीकृति दी।

कुल मिलाकर, हितधारकों की यह बैठक सफल रही और इसमें देश में अक्षय ऊर्जा विकास को बढ़ावा देने के लिए इरेडा की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। इरेडा सभी के लिए एक स्थायी भविष्य सुनिश्चित करने के लिए अपने व्यापार भागीदारों के साथ काम करना जारी रखेगी।

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